साइबर ठगों का नया कारनामा: बिना OTP लिए कैंसर पीड़ित महिला के खाते से लाखों रुपए निकाले

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ये पैसे रिश्तेदारों से इलाज के लिए लिए गए थे, लेकिन ठग हुंजा निकले

परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है, अब इलाज करवाना बड़ी चुनौती

समाजसेवी संस्थाओं और एनआरआईए से मदद मांगी

साइबर ठग मासूम लोगों को ठगने के लिए हर दिन नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं। साइबर ठगों का एक नया कारनामा सामने आया है। क्या ये ठग अब बिना कोई OTP लिए या फोन कॉल किए भी आपके बैंक खाते से पैसे निकालने में सक्षम हैं? क्योंकि इन ठगों ने सुल्तानपुर लोधी के पास गांव सदुवाल में रहने वाली कैंसर पीड़ित महिला को अपना निशाना बनाया है और बड़ी चालाकी से उसके खाते से लाखों रुपए निकाल लिए हैं। यह दावा उसके पति ने मीडिया से बात करते हुए किया है। बहरहाल इस घटना के बाद परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है क्योंकि परिवार ने यह पैसे कैंसर पीड़ित मरीज के इलाज के लिए रिश्तेदारों से उधार लिए थे। हम पत्रकारों से भरे मन से बात करते हैं। पीड़ित जगजीत सिंह सोनी निवासी गांव सदुवाल पूर्व पंचायत सदस्य ने बताया कि उनका और उनकी पत्नी लवप्रीत कौर का पंजाब नेशनल बैंक की दीपावली ब्रांच में ज्वाइंट अकाउंट है। उनकी पत्नी कैंसर से जूझ रही हैं और उनका फरीदकोट में इलाज चल रहा है। कल सुबह करीब 9-10 बजे वह दीपावली में सुल्तानपुर से अपने ससुराल जा रहे थे कि उनके मोबाइल फोन पर मैसेज आया कि उनके खाते से 2 लाख रुपए निकल गए हैं। उसके बाद एक और मैसेज आया कि उनके बैंक खाते से दो लाख और निकल गए हैं। ऐसे मैसेज लगातार आते रहे और जैसे ही उन्होंने देखा तो उनके खाते से 7 लाख 95 हजार रुपए निकल चुके थे। वह असमंजस में पड़ गए कि हमारे खाते से इतनी बड़ी रकम कैसे निकल गई। जिसके बाद उन्होंने तुरंत बैंक में जाकर चेक किया तो पता चला कि किसी जालसाज ने उनके खाते को हैक कर लिया है। जिसके बाद उन्होंने बैंक स्टाफ से बात की और उनके खाते को फ्रीज कर प्रक्रिया शुरू की और उनके खाते में 1 लाख 95 हजार रुपये वापस आ गए। लेकिन 6 लाख रुपये का बैलेंस नहीं मिल पाया। उन्होंने आगे बताया कि मैंने किसी को कोई ओटीपी नहीं दिया और न ही मेरे पास किसी का कोई फोन आया। जब मैंने बैंक वालों से भी बात की तो उन्होंने मुझे बताया कि आपने किसी लिंक पर क्लिक किया होगा लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि आज के समय में पैसा न तो घर में सुरक्षित है और न ही बैंक में। उन्होंने आगे बताया कि उनकी पत्नी का पिछले छह महीने से कैंसर का इलाज चल रहा है और उसके इलाज के लिए उन्होंने रिश्तेदारों और जान-पहचान वालों से यह पैसे इकट्ठे किए थे। जिसमें से 6 लाख रुपये की बड़ी रकम हैकर्स ने उड़ा ली है। अब मेरी सबसे बड़ी चुनौती यह बन गई है कि मैं अपनी पत्नी का इलाज कैसे करवाऊं। उन्होंने आगे बताया कि मैं अनाज मंडी में मुनीम का काम करता हूं, जिससे मैं अपने परिवार का मुश्किल से भरण-पोषण कर पाता हूं, इन जालसाजों ने जो कुछ भी किया वह बहुत बुरा था और उन्होंने समाज सेवी संस्थाओं और एनआरआई से अपील की कि वे इस मुश्किल घड़ी में उनकी मदद के लिए आगे आएं। ताकि उनकी पत्नी के इलाज में कोई परेशानी या असुविधा न हो। उन्होंने बताया कि इस घटना के संबंध में उन्होंने साइबर सेल कपूरथला को लिखित शिकायत दे दी है।

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