करतारपुर 22 जुलाई (जसवंत वर्मा) : बरसात के मौसम में बच्चों में डायरिया की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग जागरूकता अभियान चला रहा है। सिविल सर्जन डाॅ. जगदीप चावला के दिशा-निर्देश एवं वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डाॅ. रमन गुप्ता एवं डॉ. किरण कोशल की देखरेख में आशा कार्यकर्ताओं द्वारा सी.एच.सी. करतारपुर के अंतर्गत आने वाले गांवों में घर-घर जाकर डायरिया से पीड़ित बच्चों की पहचान कर ओ.आर.एस. इसके अलावा सीएचओ, स्वास्थ्य कर्मी और एएनएम को पैकेट बांटे गए। स्कूल, आंगनबाडी और ग्राम स्तर पर लोगों को जागरूक किया गया।
इस डायरिया विरोधी अभियान के बारे में एसएमओ डॉ. रमन गुप्ता ने कहा कि दूषित पानी, दूषित भोजन और साफ-सफाई की कमी के कारण बच्चों में डायरिया होता है। यह बीमारी एक बच्चे से दूसरे बच्चे में भी फैल सकती है। अगर समय रहते डायरिया को नहीं रोका गया तो इससे बच्चे की मौत भी हो सकती है। इसलिए लोगों को जागरूक करने के लिए विभाग की ओर से जागरूकता पखवाड़ा मनाया जा रहा है. इसके तहत जहां स्कूलों में स्वास्थ्य टीमें बच्चों को साफ-सफाई रखने के लिए प्रेरित कर रही हैं, वहीं आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर डायरिया के लक्षण वाले बच्चों की पहचान कर रही हैं, ताकि गंभीर स्थिति वाले बच्चों का तुरंत इलाज किया जा सके
उन्होंने कहा कि इस पखवाड़े के दौरान सभी स्वास्थ्य संस्थानों में ओआरएस एवं जिंक कॉर्नर स्थापित किये गये हैं, जहां बच्चों को ओआरएस पैकेट एवं जिंक सल्फेट की गोलियां दी जा रही हैं. यहां ओआरएस घोल बनाने की विधि भी बताई जा रही है. आशा कार्यकर्ता और स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाकर महिलाओं को स्वच्छता के बारे में बता रहे हैं। वे उन्हें ओआरएस घोल बनाना भी सिखा रहे हैं।

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