–मामला हलके के 29 गांवों में सरपंच और पंचों के नामजदगी कागज रद्द होने का
हलका गिदड़बाहा अंतर्गत आने वाले लगभग 52 गांवों में से 29 गांवों के सरपंच और पंचों के नामजदगी कागज प्रशासन द्वारा राजनीतिक दबाव के अंतर्गत रद्द किए जाने का आरोप लगाते हुए व इसके विरोध में पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष और सांसद अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने आज अपने समर्थकों के साथ एस.डी.एम. कार्यालय के बाहर रोष धरना दिया और पंजाब सरकार, जिला श्री मुक्तसर साहिब के डिप्टी कमिश्नर और गिदड़बाहा के एस.डी.एम. के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए अमरिंदर सिंह राजा वड्रिग ने कहा कि गिदड़बाहा के एस.डी.एम. जसपाल सिंह द्वारा सरपंच और पंच के लिए 29 कांग्रेस उम्मीदवारों को चुनाव निशान आवंटित करने के बाद उनकी नामजदगिया रद्द कर दी गई हैं। उन्होंने कहा कि ‘बदलाव’ वाली सरकार ने इतनी बड़ी संख्या में पंचायत चुनाव के उम्मीदवारों की नामजदगियां रद्द करके हलके के गांवों के विकास को बड़ा नुकसान पहुंचाया है, जिसका खमियाजा उनहें आने वाले गिद्दड़बाहा उप चुनाव के दौरान भुगतना पडेगा। उन्हें कुछ समय पहले आम आदमी पार्टी में शामिल हुए हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों का नाम लिए बिना कहा कि एस.डी.एम. गिदड़बाहा ने राजनीतिक दबाव के तहत ऐसे व्यक्ति के कहने पर कांग्रेस उम्मीदवारों के नामजदगी के कागज रद्द किए हैं, जिन्होंने अपनी सारी जिंदगी में कभी पंच तक का चुनाव नहीं जीता। उन्होंने कहा कि सुखबीर सिंह बादल और उनके गुंडों ने साल 2015 में भी गिदड़बाहा नगर कौंसिल के चुनाव के दौरान धक्का किया था, जिसका हलके के लोगों ने आगे चलकर मुंह तोड़ जवाब दिया। उन्होंने कहा कि अब मनप्रीत सिंह बादल भी लोगों के मसीहा बनकर गिदड़बाहा में घूम रहे हैं। उन्होंने कहा कि मनप्रीत सिंह बादल ने पहले गिदड़बाहा लूटा और फिर बठिंडा लूटा और अब गिद्दड़बाहा उप चुनाव को लेकर फिर से अपनी दाल गिद्दड़बाहा में गलाने के चक्कर में हैं जो गिद्दड़बाहा के समझदार लोग हरगिस नहीं होने देगें। उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन द्वारा किए गए इस धक्के के खिलाफ वे चुप नहीं बैठेंगे बल्कि माननीय हाईकोर्ट में केस दर्ज करेंगे और इसकी उच्च स्तरीय जांच करवाएंगे। इस मौके पर उन्होंने अपने समर्थकों को डिप्टी कमिश्नर राजेश त्रिपाठी और एस.डी.एम. जसपाल सिंह के जनता में आने तक धरना जारी रखने की ऐलान किया और साथ ही अपने समर्थकों को राष्ट्रीय राजमार्ग के फ्लाईओवर की दोनों सडक़ों के अलावा दोनों सर्विस लेन को ट्रैक्टरों की मदद से ब्लॉक करने के लिए कहा, इसके बाद उनके समर्थकों ने राष्ट्रीय राजमार्ग की सभी चारों सडक़ों को ट्रैक्टरों के साथ बंद कर दिया, जिसके दोनों ओर से यातायात प्रभावित हो गया। उधन पुलिस को मलोट बठिंडा आने जाने वाले वाहनों को अन्य वैकल्पिक रास्तों से गुजारना पड़ा। जब इस संबंध में एस.डी.एम. जसपाल सिंह से बात करनी चाही तो संपर्क नहीं हो सका, लेकिन उनके कार्यालय में मौजूद जिले के ए.डी.सी. (जनरल) गुरप्रीत सिंह थिंद ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हलके में अब तक कितने नामजदगी कागज रद्द हुए हैं, इस बारे में उनके पास कोई भी डेटा फिलहाल मौजूद नहीं है और वे सिर्फ धरना लगने के कारण मेमोरंडम लेने आए थे, लेकिन अभी तक धरनाकारियों ने कोई मेमोरंडम नहीं दिया। उन्होंने कहा कि जिले के डिप्टी कमिश्नर द्वारा भी रद्द हुए नामजदगी कागजों के बारे में जांच कराने की बात की गई है। दूसरी ओर खबर लिखे जाने तक जहां कांग्रसियों का धरना वहीं सडक़ यातायात पूरी तरह बंद था।