555वां प्रकाश गुरुपर्व: जानिए गुरुद्वारा कोठारी साहिब का इतिहास

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जहां ईर्ष्यालु लोगों की शिकायत के बाद सतगुरु नानक को हिरासत में ले लिया गया और उनसे हिसाब किताब ले लिया गया

हिसाब के बाद नवाब दौलत खान लोधी को शर्मिंदा होना पड़ा

गुरुद्वारा श्री कोठारी साहिब सुल्तानपुर लोधी के ऐतिहासिक गुरुद्वारों में से एक है और इस गुरुद्वारे में मोदीखाने के मलिक दोलतखां से अनाज लूटने के आरोप में गुरुजी को तीन दिन और तीन रातों तक रखा गया था, लेकिन जब हिसाब लगाया गया तो पैसे बढ़ गए। जब गुरु जी को नवाब ने दिया तो गुरु जी ने लेने से इंकार कर दिया और धन गरीबों में बाँटने का आदेश दिया और गुरु जी ने स्वयं मोदीखाने की नौकरी छोड़ दी।

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