शारीरिक व मानसिक विकास के लिए जरूरी है आयोडीन : डॉ. भोगल

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करतारपुर 21 अक्टूबर( जसवंत वर्मा ) स्वास्थ्य विभाग द्वारा हर वर्ष 21 अक्टूबर को “वैश्विक आयोडीन अल्पता विकार निवारण दिवस” ​​मनाया जाता है। इस संबंध में सिविल सर्जन जालंधर डाॅ. गुरमीत लाल के आदेशों के तहत ब्लॉक करतारपुर में सीनियर मेडिकल ऑफिसर करतारपुर डाॅ.सरबजीत सिंह भोगल के निर्देशन में टैंड्रस्ट स्वास्थ्य केंद्रों द्वारा “वैश्विक आयोडीन अल्पता विकार निवारण दिवस” ​​मनाया गया। इस अवसर पर सीएचओ डॉ मोनिका, डॉ रवनीत कौर. सीएचओ डॉ विकास आदि द्वारा लोगों को जागरूक किया गया।
वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डाॅ सरबजीत सिंह भोगल ने कहा कि इस दिन को मनाने का उद्देश्य मानव शरीर में आयोडीन के महत्व और इसकी कमी से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूकता फैलाना है। उन्होंने कहा कि आयोडीन हमारे शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। खासकर बच्चों, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों में इसकी जरूरत होती है। गर्भवती महिलाओं में इसकी कमी से गर्भपात, जन्म दोष या मृत बच्चे का जन्म हो सकता है। बच्चा मंदबुद्धि, गूंगा, बहरा और बौना पैदा हो सकता है। बच्चों और वयस्कों में मसूड़ों की बीमारी, कम बुद्धि, शारीरिक और मानसिक कमजोरी हो सकती है। इसलिए हर व्यक्ति को रोजाना पर्याप्त मात्रा में आयोडीन का सेवन करना चाहिए। इसलिए हमें आयोडीन युक्त नमक का प्रयोग करना चाहिए और उन्होंने कहा कि खाना बनाते समय नमक सबसे आखिर में डालना चाहिए, ताकि वह वाष्पित न हो सके और नमक के बर्तन में नमक रखने से बचें।

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