करतारपुर 10 अक्टूबर( जसवंत वर्मा ) मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से पूरी दुनिया 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के रूप में मनाती है, इस संबंध में सिविल सर्जन जालंधर डाॅ. गुरमीत लाल का हुकमा मुख्य एसएमओ है। डॉ। सरबजीत सिंह के नेतृत्व में सी.एच.सी. करतारपुर और इसके अंतर्गत आने वाले टैंडरस्ट हेल्थ सेंटरों में लोगों को मानसिक रोगों के बारे में जागरूक किया गया। इस अवसर पर आर्मी कॉल्स ऑफ नर्सिंग जालंधर कैंट के विद्यार्थियों द्वारा मानसिक रोगों से संबंधित पोस्टर बनाए गए। इस अवसर पर डाॅ. जैक्सन, बी.ई.ई. राकेश सिंह, नेत्र रोग अधिकारी कृष्ण, फार्मेसी अधिकारी शरनजीत बावा, स्वास्थ्य निरीक्षक केवल सिंह, क्लिनिकल इंस्ट्रक्टर अप्सरा कलसी, संध्या मसीह मौजूद रहे।
इस संबंध में जानकारी देते हुए डॉ. सरबजीत सिंह ने कहा कि हमारी मानसिक स्थिति हमारे अंदर विभिन्न बीमारियों को जन्म देती है जैसे सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, त्वचा रोग, उच्च रक्तचाप आदि। उन्होंने कहा कि आज की रोजमर्रा की जिंदगी में परेशानियां और तनाव लोगों में मानसिक रोगों का कारण बन रहा है और मानसिक रोग भी अन्य रोगों की तरह ही हैं और इसका इलाज संभव है और काम या प्रदर्शन में अंतर और खुद को या दूसरों को परेशानी होना मानसिक रोग के लक्षण हैं . मानसिक बीमारी को छुपाएं नहीं, लक्षण पाए जाने पर मनोचिकित्सक से सलाह लेकर इसे ठीक किया जा सकता है। इससे बचने के लिए हमें संतुलित आहार लेना चाहिए और रोजाना व्यायाम, योगासन आदि करने से मानसिक बीमारियों से बचा जा सकता है।

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